चलते चलते मेरे यह गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना कभी अलविदा ना कहना
रोतें हसतें बस यूं ही तुम गुनगुनाते रहेना
कभी अलविदा ना कहना ......
प्यार करते करते हम तुम कंही रो जायेंगे
इन्ही बहारों के अंचल में थक के सो जायेंगे
सपनो को फिर भीर तुम यूँ ही सजाते रहेना
कभी अलविदा ना कहना .....
बिच रहा में दिलबर बिछड़ जाएँ कही हम अगर
और सूनी सी लगे जीवन की यहं डगर
हम लोट आयेंगें तुम यों ही बुलाते रहेना
कभी अलविदा ना कहेना .....
Tuesday, March 9, 2010
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