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anil gupta Nagpur
Sunday, March 21, 2010
नज़र बाज़ ने नज़र सनम को
नज़र ने नज़र को मिलते देखा
नज़र पडी जब नज़र के ऊपर
नज़र ने नज़र को गिरते देखा
1 comment:
Urmi
March 24, 2010 at 12:18 AM
नज़र पडी जब नज़र के ऊपर
नज़र ने नज़र को गिरते देखा..
वाह वाह क्या बात है! अद्भुत सुन्दर!
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मौसम सुहाना था
पर रात अभी बाकि थी
कंहा गएँ सितारे मेरे शहर से
हवाई जहाज़ का सफ़र
जीवन से भरी तेरी ऑंखें
इंतज़ार
Right Yaaa Wrong My review.
When two couple meet
सुहाना मोसम
हम दुखी क्यों रहेते है?????????????
Why we take gentlemen for granted?????
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
चलते चलते मेरे यह गीत याद रखना
दिल क्या करे जब किसी से किसी को प्यार हो जाएँ
BANDRA FORT AT BANDRA WEST, MUMBAI, INDIA
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नज़र पडी जब नज़र के ऊपर
ReplyDeleteनज़र ने नज़र को गिरते देखा..
वाह वाह क्या बात है! अद्भुत सुन्दर!